रूद्राक्ष धारण करने से होते हैं, भक्तों के कष्ट दूर: आलोक गिरी
***सावन में मिला, शिवभक्तों भक्तों को असली रूद्राक्ष की माला उपहार
*** गुरू पूर्णिमा से लेकर शिवरात्रि तक होगा, रूद्राक्ष माला का वितरण
हरिद्वार। स्वामी आलोक गिरी महाराज ने कहा कि रुद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना गया है। हिंदू धर्म में इसे बेहद पवित्र माना गया है। मान्यता है कि इसे पहनने से जातक के सभी दुख दूर हो जाते हैं। नेपाल के रूद्राक्ष असली रुद्राक्ष माना जाता है। ऐसे में नेपाल यात्रा के दौरान उन्होंने काठमांडू नेपाल से असली रूद्राक्ष की माला खरीदकर भक्तों को बांटने का मन बनाया है। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा से लेकर शिवरात्रि तक भक्तों को माला प्रदान की जायेगी।
भगवान शिव को अति प्रिय सावन के पवित्र माह में श्री बालाजी धाम, सिद्धबलि हनुमान, नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर महंत आलोक गिरी जी महाराज की ओर से शिवभक्तों को अनमोल उपहार भेंट किया जा रहा है। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को असली रूद्राक्ष की माला भेंटकर आशीर्वाद दिया जा रहा है। यह क्रम शिवरात्रि पर्व तक अनावरत चलता रहेगा।
स्वामी आलोक गिरी महाराज ने
कहा जाता रुद्राक्ष का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है, इसे भगवान शिव का अंश माना जाता है और इसे धारण करने से कई लाभ मिलते हैं और इसे धारण करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
रुद्राक्ष धारण करने से आध्यात्मिक शांति और एकाग्रता मिलती है।
रुद्राक्ष को धारण करने से कई शारीरिक और मानसिक रोगों में लाभ मिलता है। रुद्राक्ष को नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से बचाने वाला माना जाता है
रुद्राक्ष धारण करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कुछ विशेष रुद्राक्ष नौकरी और व्यवसाय में सफलता पाने में मदद करते हैं।रुद्राक्ष ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने में भी मदद करता है। यह भगवान शिव के पांच स्वरूपों का प्रतिनिधित्व करता है और ज्ञान, शांति और समृद्धि प्रदान करता है। रुद्राक्ष को धारण करते समय “ओम नमः शिवाय” मंत्र का जाप करना चाहिए। किसी और का पहना हुआ रुद्राक्ष कभी नहीं पहनना चाहिए।
रात को सोते समय रुद्राक्ष उतार देना चाहिए। मांसाहार और मदिरापान करने वाले स्थान पर रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रुद्राक्ष एक शक्तिशाली रत्न है जो धार्मिक, आध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसे धारण करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। उन्होंने कहा कि पंचमुखी (5 Mukhi) रुद्राक्ष आकस्मिक मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करता है और किसी भी तरह के साध्य या ध्यान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पांच मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले को नाम, प्रसिद्धि और मानसिक शांति प्रदान करता है।
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