November 19, 2025

विश्व शौचालय दिवस और विश्व बाल दिवस का संयुक्त उत्सव परमार्थ निकेतन में भव्य रूप से आयोजित

विश्व शौचालय दिवस और विश्व बाल दिवस का संयुक्त उत्सव परमार्थ निकेतन में भव्य रूप से आयोजित*
विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों और शिक्षकों का सहभाग*
*सफाई मित्रों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर में जनरल फिजिशियन, स्त्रीरोग विशेषज्ञ और दंत रोग विशेषज्ञों द्वारा परामर्श व उपचार प्रदान किया*
योग, ध्यान, प्राणायाम तकनीक, मर्म चिकित्सा और रिफ्लेक्सोलॉजी की सुविधाओं ने सफाई मित्रों को शारीरिक शांति, राहत और समग्र स्वास्थ्य संवर्धन का स्नेहपूर्ण अनुभव प्रदान किया*
*💐साध्वी भगवती सरस्वती जी ने स्च्छता, पोषण, सम्मान और बाल-अधिकारों के संरक्षण का कराया संकल्प*
*💥अध्यक्ष, डिवाइन शक्ति फाउंडेशन, साध्वी भगवती सरस्वती जी, श्री राम, एम्स, ऋषिकेश, श्रीमती आयुषी, एम्स, ऋषिकेश, मर्म नाड़ी विशेषज्ञ, डॉ. कृष्णा नरम, आयुर्वेदाचार्य, प्रो. डॉ. एस. सी. मिश्रा, गंगा नंदिनी जी की गरिमामयी उपस्थिति*

ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन एवं ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस, द्वारा यूनिसेफ इंडिया, हरिजन सेवक संघ एवं डिवाइन शक्ति‍ फाउंडेशन के सहयोग से विश्व शौचालय दिवस और विश्व बाल दिवस का संयुक्त समारोह आज परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में अत्यंत उत्साह और सामूहिक भावना के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 500 से अधिक विद्यालयी बच्चों, शिक्षकों, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सफाई मित्रों, समुदाय प्रतिनिधियों और सहयोगी संस्थाओं ने सहभाग किया।
इस वर्ष के उत्सव का विषय था“स्वच्छता और पोषण- हमारे स्वस्थ भविष्य की नींव”, जिसका उद्देश्य स्वच्छता, पोषण, स्वास्थ्य, सम्मान और बाल-अधिकारों के बीच गहरे संबंधों को समझना और समाज को इन मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना है।
बच्चों के लिए आयोजित सत्रों में जागरूकता रैली, रचनात्मक गतिविधियाँ, स्वच्छता एवं पोषण पर क्विज, नाटिका प्रस्तुतियाँ, सामूहिक स्वच्छता संकल्प और प्रेरणादायी संवादों व झाकियों के माध्यम से उन्हें स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। बच्चे पूरे कार्यक्रम के दौरान अत्यंत उत्साहित और सक्रिय दिखाई दिए।

मां गंगा के तट पर एक अभिनव “टॉयलेट वॉक” शैक्षणिक प्रदर्शनी भी स्थापित की गई, जिसमें बच्चों को विभिन्न प्रकार के शौचालय मॉडल, स्वच्छता तकनीक और पोषण के महत्व को रोचक और सरल तरीके से समझाया गया।
सफाई मित्रों, जो समाज के स्वच्छता प्रहरी हैं उनके लिए एक विशेष वेलनेस कैंप आयोजित किया गया। इस कैंप में योग, ध्यान, प्राणायाम, मर्म चिकित्सा, आयुर्वेदिक फुट मसाज, स्वास्थ्य, स्त्रीरोग चिकित्सा एवं दंत परीक्षण, व्यक्तिगत स्वच्छता जागरूकता सत्र और गरिमा किट वितरित किये गये।
इस पहल का उद्देश्य सफाई मित्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करना तथा समाज में उनके अपार योगदान का सम्मान करना है।
सभी प्रतिभागियों का संयुक्त प्लेनरी सत्र में एकत्र होना कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा। इस अवसर पर डिवाइन शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्ष एवं जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव, साध्वी भगवती सरस्वती जी ने अपने करुणामयी, प्रेरक और दूरदर्शी संदेश के माध्यम से सभी को स्वच्छता, पोषण, सम्मान और बाल-अधिकारों के प्रति जागरूक एवं सक्रिय रहने का संकल्प कराया।
साध्वी जी ने कहा कि स्वच्छता केवल शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि यह हमारी चेतना, संस्कार और करुणा का विस्तार है। जब हम बच्चों को स्वच्छता, पोषण और गरिमा का उपहार देते हैं, तब हम न केवल उनका भविष्य उज्ज्वल बनाते हैं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र की प्रगति की नींव रखते हैं। हमारे सफाई मित्र समाज के सच्चे नायक हैं, उनका सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण हमारा नैतिक उत्तरदायित्व है। आज का यह उत्सव हमें याद दिलाता है कि स्वच्छ भारत केवल एक अभियान नहीं, बल्कि सामूहिक संकल्प और सतत प्रयासों का जीवंत आंदोलन है।”
साध्वी जी ने कहा कि हमारे जीवन में जितनी जरूरत शौचालय की है उससे जरूरी यह भी है कि हम क्या खा रहे हैं। अगर हम जंक फुड खा रहे हैं तो पेट खराब रहेगा और स्वच्छ सुन्दर शौचालय होते हुये भी हम स्वस्थ नहीं रह सकते इसलिये पोषण युक्त आहार भी बहुत जरूरी है।
जीवा की परियोजना निदेशक गंगा नंदिनी जी ने साझा किया कि यह उत्सव बच्चों में स्वच्छता एवं पोषण की जागरूकता बढ़ाने, सफाई मित्रों के प्रति सम्मान को सुदृढ़ करने और समुदाय में स्वच्छ भारत के मूल्यों को और अधिक जीवंत बनाने का एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है।
हरिजन सेवक संघ, जो महात्मा गांधी द्वारा 1932 में स्थापित किया गया था, सामाजिक उत्थान और वंचित समुदायों के सशक्तिकरण की दिशा में कार्यरत है।
वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज ने स्वच्छता कार्यबल को प्रशिक्षित करने और पेशेवर कौशल विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
डिवाइन शक्ति फाउंडेशन ने महिलाओं, बच्चों और समुदायों के समग्र उत्थान हेतु अपनी सहयोगी भूमिका निभाई।
यूनिसेफ इंडिया ने बाल-अधिकारों, स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और वाश कार्यक्रमों को मजबूत करने में अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की।
अनुभूतियों, शिक्षाओं और प्रेरणा से भरपूर इस कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प, सम्मान समारोह तथा सामुदायिक भंडारे के साथ हुआ। विद्यार्थियों ने नारों व झंडों के साथ स्वच्छता के प्रति जागरूकता रैली निकाली।
इस अवसर पर राकेश रोशन, उपासना पात्रा, स्वामी सेवानन्द, रोहन, कृष्णप्रिया, योगाचार्य गायत्री गुप्ता, वन्दना शर्मा, हेमचन्द, करूणा, प्रधानाचार्या, श्रीमती आशा गैरोला, कल्पना साहनी, अमित, कुसुम, शांति, रेखा, चेतना, शीतल, आशा डंगवाल, हेमा, नेहा बिष्ट, नेहा भंडारी, शीतल, माधव, परमार्थ, अभिलाषा, पूजा, दृष्टि, मीरा तथा स्वाति बिश्नोई और गुरूकुल के ऋषिकुमारों और आचार्यों का अद्भुत सहयोग रहा।