हरिद्वार।
जिलाधिकारी हरिद्वार श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स कोविड-19 वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में कलक्ट्रेट सभागार में एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से खानपुर क्षेत्र के वैक्सीनेशन की क्या रणनीति है, के सम्बन्ध में जानकारी ली। इस पर अधिकारियों ने बताया कि हमें दो मोबाइल टीम की और आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि अब वैक्सीनेशन के लिये बहुत कम लोग बचे हैं, इनमें कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो वैक्सीन नहीं लगाना चाहते हैं। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को ऐसे लोगों की एक लिस्ट तैयार करने तथा दो मोबाइल टीम खानपुर को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने वैक्सीनेशन का कार्य पूर्ण करने के लिये चार दिन का समय दिया।
जिलाधिकारी द्वारा नारसन ब्लाक के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि बड़े गांवों में वैक्सीनेशन के लिये चार टीमें लगाई गयी हैं तथा कहीं-कहीं पर हमें विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है, फिर भी तीन-चार दिन में 10 गांवों का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जायेगा। इसके लिये जिलाधिकारी ने चार दिन का समय दिया ।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से भगवानपुर ब्लाक के औचक निरीक्षण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाना सुबह ही प्रारम्भ कर दें। सभी अधिकारी निश्चित समय पर अपने-अपने निर्धारित स्थानों पर पहुंच जायें, अन्यथा की स्थिति में सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि हमें परिणाम चाहिये। उन्होंने एस0डी0एम0 तथा तहसीलदार को ये भी निर्देश दिये कि जहां-जहां वैक्सीनेशन शिविर आयोजित किये जा रहे हैं, वैक्सीन लगने की सूचना फोटोग्राफ सहित साढ़े नौ बजे तक मुझे भेजना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि चारों ब्लाकों-लक्सर, भगवानपुर, रूड़की, नारसर में विशेष वैक्सीनेशन के लिये जो गांव चिह्नित किये गये हैं, उसके अलावा अन्य 10 ऐसे गांवों को भी चिह्नित करें, जहां वैक्सीनेशन की गति धीमी है। उन्होंने कहा कि यह लिस्ट मुझे आज ही उपलब्ध करा दें।
जिलाधिकारी ने कहा कि आशा, ए0एन0एम0 आदि जिनका काम घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन सेण्टर तक भेजना है, उनको गांवों में होना चाहिये, न कि वैक्सीन सेण्टर पर।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने ईमलीखेड़ा के डाॅक्टर द्वारा सन्तोषजनक उत्तर न देने पर उनका वेतन रोकने के आदेश दिये।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि आपको जहां पर जिस तरह के साधनों की जरूरत है, वह हम उपलब्ध करायेंगे, लेकिन वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत होना चाहिये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 सौरभ गहरवार, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री वीर सिंह बुदियाल, उप जिलाधिकारी भगवानपुर सुश्री स्मृता परमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 एस0के0 झा, मुख्य चिकित्साधीक्षक रूड़की, मुख्य शिक्षा अधिकारी डाॅ0 आनन्द भारद्वाज, डी0पी0आर0ओ0, पंचायतराज अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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