देहरादून।
धर्मनगरी ऋषिकेश को ग्रीष्मकालीन राजधानी देहरादून से जोड़ने वाला रानीपोखरी जाखन नदी पर बना पुल 27 अगस्त को ध्वस्त हो गया था जिसका मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया और पुल के गिरने की जांच के आदेश दिए थे। आज जांच टीम रानीपोखरी पहुंच गई है। टीम अभी पुल गिरने का आइडोलॉजिकल परीक्षण कर रही है। डाटा कलेक्ट करने के बाद पुल गिरने के कारणों की जांच की जाएगी। इससे पहले कुछ जानकारों ने पुल गिरने का कारण अवैध खनन को बताया था।
वहीं, विपक्षी दलों ने भी नदी के दोनों तरफ खनन के पट्टों को पुल गिरने की वजह बताया था। इन सभी कारणों की जांच पड़ताल के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच टीम गठित की थी। शुक्रवार को जांच टीम रानीपोखरी में टूटे पुल के कारणों का निरीक्षण करने पहुंची। जांच टीम के अधिकारी ने बताया कि पुल के गिरने के कारणों की जांच और विगत वर्ष हुए कार्यों की भी जांच पड़ताल की जा रही है। जांच टीम के अधिकारी ने बताया कि अभी आइडोलॉजिकल परीक्षण किया जा रहा है। पूरा डाटा कलेक्ट किया जा रहा है। जांच समिति के सामने जब सारा डाटा आ जायेगा तभी जांच समिति किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी। अधिकारी ने बताया कि जांच टीम भी पुल गिरने के सभी पहलुओं पर काम कर रही है। शुक्रवार को ही जांच का काम पूरा कर लिया जाएगा। जांच टीम में मुख्य अभियंता लोनिवि अयाज अहमद, मुकेश परमार अधीक्षण अभियंता लोनिवि, एनपी सिंह मुख्य अभियंता लोनिवि के अलावा कई मैकेनिकल और टेक्निकल अधिकारी मौजूद थे।
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