November 28, 2024

रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन लगाने का अभियान जारी

हरिद्वार

जिलाधिकारी सी0रविशंकर के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0के0झा0 के मुख्य संयोजन एवं वैक्सीनेशन सेंटर के नोडल अधिकारी/रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का विशेष अभियान जोर शोर से चल रहा है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेंटर पर 18 से 44 एवं 45 से अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों को रोजाना वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज लगवाकर कोविड-19 महामारी से सुरक्षित किया जा रहा है और सभी लाभार्थी वैक्सीनेशन सेंटर पर उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिये रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी की विशेष सराहना करते हुए जनमानस को जागरूक कर रहे हैं कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी सेे बचाव के लिये शीघ्र अति शीघ्र कोविड-19 वैक्सीन जरूर लगवाएं।

ऋषिकुल सेन्टर पर सभी आयु वर्ग के लाभार्थियों को सेंटर पर ही बिना लाइन पर लगे हुए, पंजीकरण एवं प्रमाणित करने के उपरान्त कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज रोजाना लगाई जा रही है, जिससे सभी आयु वर्ग के लाभार्थियों में ऋषिकुल वैक्सीन सेन्टर पर वैक्सीन लगवाने के लिये विशेष उत्साह रहता है और उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए सभी लाभार्थी रेडक्रास स्वयंसेवकों की दिल से प्रशंसा करते हुए नहीं थकते हैं। ऋषिकुल सेंटर पर डा0 नरेश चौधरी के नेतृत्व में गत दिवस 1465 लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज एक ही वैक्सीन सेन्टर पर एक ही दिन में लगाने का जनपद हरिद्वार में अपने ही पूर्व के रिकार्ड को पार किया।

अपर जिलाधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा ने वैक्सीनेशन सेन्टर पर समर्पित सहयोग करने वाले स्वयंसेवकों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि जो पुण्य प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से इस प्रकार की सामाजिक सेवा में मिलता है, उसकी तुलना किसी अन्य कार्यों से नही की जा सकती, जिसके लिये डा0 नरेश चौधरी की पूरी टीम बधाई की पात्र है। कृष्ण कुमार मिश्रा ने देर रात्रि ऋषिकुल वैक्सीनेशन सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए कहा कि सम्पूर्ण प्रदेश में ऋषिकुल वैक्सीनेशन सेन्टर एकमात्र ऐसा सेन्टर है जिस पर उपस्थित अन्तिम लाभार्थी को भी वैक्सीन डोज लगाकर भेजा जाता है, यदि सेन्टर पर वैक्सीन की उपलब्धता है तो रात्रि के समय को नजरअंदाज करते हुए रेडक्रास की टीम किसी भी लाभार्थी को निराश नहीं करती एवं उसको वैक्सीन लगाने के उपरान्त ही खुशी खुशी घर भेजा जाता है। इसके लिये देखा गया है कि सेन्टर पर उपस्थित स्वयंसेवक जिस समर्पित भावना से वैक्सीन लगाने के माध्यम से समाज की सेवा कर रहे हैं वह अतुल्य है। कृष्ण कुमार मिश्रा ने अवगत कराया कि मेरे संज्ञान में आया कि ऋषिकुल सेन्टर पर वैक्सीनेशन कार्य देर रात्रि भी चल रहा है तो मैंने स्वयं सेन्टर पहुंचकर देखा कि लाभार्थियों की देर रात्रि भी काफी संख्या है और रेडक्रॉस वैक्सीन टीम लगातार लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने में जुटी हुई है, जिसके लिये मैंने डा0 नरेश चौधरी एवं उनकी टीम की पीठ थपथपाकर हौसला अफजाई करते हुए मनोबल बढाया।

ऋषिकुल वैक्सीन सेन्टर पर वरिष्ठ नागरिकों को, दिव्यांगों, चलने फिरने में असमर्थ लाभार्थियों, बच्चों के साथ आई हुई महिला लाभार्थियों को विशेष रूप से अलग कक्षो में पंजीकरण एवं सत्यापन के उपरान्त वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है जिससे लाभार्थियों में विशेष खुशी देखी जा सकती है और सभी लाभार्थी प्रसन्न होकर ऋषिकुल सेन्टर की व्यवस्थाओं की जगह जगह प्रशंसा कर रहे हैं, जिससे प्रत्येक लाभार्थी में ऋषिकुल सेन्टर में वैक्सीन लगवाने के लिये उत्सुक्ता रहती है। इसी का परिणाम है कि गत दिवस ऋषिकुल सेन्टर को 1000 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन लाभार्थियों के उत्साह को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग से अतिरिक्त वैक्सीन डोज प्राप्त कर कुल 1465 (चौदह सौ पैंसठ) लाभार्थियों को वैक्सीन की डोज लगवाई गई। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डा0 नलिंद असवाल, डा0 अमन, डा0 तरूण मिश्रा एवं डा0 सुबोध जोशी ने वैक्सीनेशन सेंटर का भ्रमण किया और वैक्सीन सेन्टर पर सहयोग कर रहे रेडक्रास स्वयंसेवकों के सहयोग एवं उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिये रेडक्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी की विशेष सराहना की।

वैक्सीन सेन्टर पर सहयोग करने वाले स्वयं सेवकों में विकास देसवाल, डा0 उर्मिला पाण्डेय, पूनम, डा0 प्रियंका, डा0 वान्या गुप्ता, डा0 अदिति, आस्था मिश्रा, नेहा तिवारी, मनीषा नेगी, गुलनाज परवीन, नीलम कार्की, शशांक प्रताप, दीप चन्द्र भट्ट, शिवानी छपरवाल, आराधना सिंह, निलाजंना सिंह, अनिरूद्ध नामदेव, मेघा कोरी, प्रतीक्षा रावत, श्वेता, दीपक मंडल, शायमा परवीन, दिपांशा, सतेन्द्र सिंह नेगी, संतोष कुमार, अंकित कुमार की सराहनीय भूमिका रही।

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