September 8, 2024

वन विभाग की रेस्क्यू टीम को मिली मोटराइज्ड राफ्ट

हरिद्वार । आपदा प्रबन्धन अधिकारी श्रीमती मीरा कैन्तुरा ने बताया कि जनपद में बाढ़, भूकम्प आदि आपदाओं की संवदेनशीलता के दृष्टिगत आपदा प्रबन्धन के तहत यथा-पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, वन विभाग तथा तहसीलांे की मांग के सापेक्ष विभिन्न तकनीकी व गैर-तकनीकी खोज-बचाव उपकरण सामग्री यथा-मल्टी परपज रोप (50 मी0)-50 नग, लाइफ जैकेट-81 नग, वुड कटर-04 नग, आयरन कटर-06 नग, पोर्टेबल जनरेटर-05 नग, सर्च लाइट-36 नग, टावर लाइट-04 नग, वाटर ड्रेनेज पम्प-01 नग, मोटराइज्ड राफ्ट-02 नग व राफ्ट-01 नग को निविदा प्रक्रिया तथा गैर-तकनीकी उपकरण यथा-बेलचा-31 नग, तसला-22 नग, रबर ग्लब्ज-40 नग, कुल्हाड़ी-10 नग, रबर बूट-06 नग, फावडा-38 नग, गैंती-31 नग, रेनसूट-100 नग व फर्स्ट एड बॉक्स-30 नग कोटेशन के आधार पर आपदा प्रबन्धन विभाग, रोशनाबाद हरिद्वार द्वारा क्रय किया गया ।

निविदा व कोटेशन के दौरान क्रय की गयी तकनीकी व गैर-तकनीकी उपकरण सामग्री को राज्य आपदा प्रतिवादन दल (एस0डी0आर0एफ0) के तकनीकी विशेषज्ञ टीम तथा आपदा प्रबन्धन के मुख्य प्रशिक्षक द्वारा गुणवत्ता आधार पर परीक्षण कर उनकी संस्तुति के आधार पर क्रय किया गया।

क्रय किये गये उपकरणों का तकनीकी टीम की उपस्थिति में प्रयोगात्मक प्रदर्शन भी किया गया। उक्त सामग्री का क्रय राज्य आपदा मोचन निधि के तहत पूर्व तैयारी व क्षमता विकास मद में प्राप्त धनराशि से किया गया जिसमें लगभग रू0 44.00 लाख की धनराशि व्यय हुई है।

जनपद में बाढ़ की संवेदनशीलता के दृष्टिगत एक मोटराइज्ड राफ्ट तथा एक राफ्ट पुलिस विभाग के माध्यम से जल पुलिस तथा वन विभाग मानव-वन्य जीव संघर्ष की संवेदनशीलता के दृष्टिगत वन विभाग की रेस्क्यू टीम को एक मोटराइज्ड राफ्ट प्रथम बार उपलब्ध करायी गयी है।

उक्त उपकरण सामग्री को क्रय करने के पश्चात सम्बन्धित विभाग यथा-पुलिस, अग्निशमन, वन विभाग व तहसीलों को उनकी मांग के सापेक्ष उपलब्ध कराया गया है, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में में उक्त खोज-बचाव उपकरणांे के माध्यम से राहत-बचाव कार्याें का प्रभाव रूप से सम्पादित किया गया जा सके तथा जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके ।