कोविड-19 चलते ऊर्जा क्षेत्र की सीपीएसयू कंपनियों ने समुदायों से हाथ मिलाया

दिल्ली।

कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की केंद्रीय कंपनियों सीपीएसयू ने बहुस्तरीय रणनीति पर काम करना शुरू किया है और देशभर में मौजूद अपने दफ्तरों कार्यालयों या इकाइयों में तैनात कर्मियों तथा आसपास के समुदायों तक पहुंच सुनिश्चित कर रही हैं।

सीपीएसयू ने एक साथ मिलकर देश के 200 से अधिक स्थानों पर आइसोलेशन केंद्र स्थापित किए हैं, जो सीपीएसयू के कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और उनके परिवारों को सेवा देंगे। इसके अलावा अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन सुविधा वाले कोविड देखभाल केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं ताकि मध्यम रूप से प्रभावित लोगों की स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता पूरी की जा सके और सरकारी स्वास्थ्य देखभाल ढांचे पर बढ़ते दबाव को कुछ हद तक कम किया जा सके। सीपीएसयू सक्रियता से कई पहल कर रही हैं जिनमें आइसोलेशन केंद्रों की स्थापना, मास्क और सैनिटाइजर का वितरण, ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तर उपलब्ध कराना,राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर में विभिन्न स्थानों पर टीकाकरण शिविर का आयोजन और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराना तथा ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना करने में मदद आदि शामिल हैं। यह उल्लेखनीय है कि ऊर्जा क्षेत्र की सीपीएसयू कंपनियों ने पीएम केयर्स फंड में 925 करोड़ रुपये का दान दिया है।

नेशनल हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (एनएचपीसी),कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत 41.89 लाख रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी को सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने में मदद की। सीएसआर के तहत ही एनएचपीसी ने उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित एल-2 कोविड सुविधा वाले राजकीय जिला अस्पताल हेतु देवरिया के ज़िला अधिकारी को 5 एलपीएम क्षमता वाले 60 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया है। एनएचपीसी, फरीदाबाद स्थित बादशाह खान जिला अस्पताल में सिलेंडर भरने की सुविधा वाला 1000 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित कर रहा है। इसकी खरीद प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही इस संयंत्र को स्थापित कर दिया जाएगा। यह संयंत्र आठ हफ्तों की निर्धारित समय सीमा में स्थापित हो जाएगा।

ऊर्जा क्षेत्र की एक अन्य महत्वपूर्ण सीपीएसयू राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) ने एनसीआर के लिए 11 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र की खरीद का ऑर्डर दे दिया गया है। इसके अलावा दो बड़े ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी लगाए जाएंगे जहां छोटे सिलेंडरों में ऑक्सीजन भरने की सुविधा उपलब्ध रहेगी। एनटीपीसी, सीएसआर मदद से अलग भी देश के अलग-अलग स्थानों पर 8 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित कर रही है।

इसी तरह ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत एक अन्य सीपीएसयू,आरईसीएल ने भी सीएसआर दायित्वों के अंतर्गत पुणे स्थित दल्वी अस्पताल में 1700 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र और 150 केवी जनरेटर प्लांट स्थापित करने के लिए 2.21 करोड़ रुपए का दान दिया है। एक अन्य पहल के अंतर्गत आरईसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में रुद्रपुर स्थित पंडित राम सुमेर शुक्ला स्मृति राजकीय चिकित्सा विद्यालय को मदद दी है, जिसे कोविड देखभाल केंद्र में तब्दील कर दिया गया है। इस केंद्र में कुल 300 बिस्तर उपलब्ध हैं जिसमें 36 बिस्तर आईसीयू वार्ड के हैं। इसके अलावा आइसोलेशन सेंटर और परीक्षण केंद्र इत्यादि की सुविधा भी यहां पर उपलब्ध है। इस परियोजना से जिला के स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को मजबूती मिली है और स्थानीय प्रशासन को महामारी के इस दौर में समयबद्ध प्रासंगिक चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराने में मदद मिली है।

आरईसीएल सीएसआर पहल के तहत देश के अन्य सात स्थानों पर ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने में मदद कर रहा है जिसमें उत्तराखंड का पिथौरागढ़; बेस अस्पताल (1000 एलपीएम क्षमता), खगड़िया; छतरा ज़िला अस्पताल(600 एलपीएम क्षमता); हंटरगंज सीएचसी, चंबा (600 एलपीएम); सिविल अस्पताल बारन (400 एलपीएम); ज़िला अस्पताल मल्लपुरम (1200 एलपीएम)शामिल हैं।

सीएसआर पहल के अंतर्गत पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) जैसलमर (राजस्थान में 50एनएम3 और गुरुग्राम (हरियाणा) के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 2 x 50एनएम3 की स्थापना में सहायता कर रहा है।

 

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