हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में सोमवार को विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत जनपद के बैंकर्स एवं ऋण आवेदकों के साथ एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी को लीड बैंक मैनेजर श्री संजय सन्त ने पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया, यूनियन बैंक आफ इण्डिया, बैंक आॅफ बड़ौदा, केनरा बैंक, इण्डियन ओवरसीज बैंक, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक, आईडीबीआई बैंक, इण्डियन बैंक, बैंक आफ इण्डिया, हरिद्वार जिला सहकारी बैंक, अल्मोड़ा अर्बन कोआपरेटिव बैंक लि0, पंजाब एण्ड सिन्ध बैंक, बैंक आॅफ महाराष्ट्रा, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, केनरा बैंक आदि बैंकों द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार योजना एवं मुख्यमंत्री रोजगार योजना में आवेदकों को ऋण उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में प्रत्येक बैंक की क्या भूमिका रही है, के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने बैठक में पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों से ऋण सम्बन्धी अनिस्तारित आवेदनों के बारे में पूछा तो अधिकारियों ने अनिस्तारित ऋण सम्बन्धी आवेदनों के सम्बन्ध में बताया। इसी तरह उन्होंने स्टेट बैंक एवं यूनियन बैंक आफ इण्डिया के अधिकारियों से भी अनिस्तारित ऋण आवेदनों के सम्बन्ध में भी विस्तृत जानकारी ली।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने निरस्त होने वाले ऋण आवेदनों के सम्बन्ध में कहा कि कोई भी ऋण सम्बन्धी आवेदन अगर निरस्त होता है, तो उस आवेदन को निरस्त करने का ठोस आधार होना चाहिये, जिसकी जानकारी आवेदक को भी होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि इसमें लापरवाही बिल्कुल भी क्षम्य नहीं होगी।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने बैंकों द्वारा अनिस्तारित ऋण आवेदनों के सम्बन्ध में गहरी नाराजगी प्रकट की। उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस शनिवार तक जितने भी अनिस्तारित ऋण सम्बन्धी आवेदन हैं, उनका निस्तारण हर हाल में हो जाना चाहिये। अगर इस अवधि तक निस्तारण नहीं हो पाता है, तो सोमवार को कैम्प का आयोजन किया जाये तथा जितने भी अनिस्तारित मामले हैं, उनका निस्तारण किया जाये। अन्यथा की स्थिति में शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के कारण कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कहीं पर कोई दिक्कत आ रही है, तो उसके सम्बन्ध में भी अपने उच्चाधिकारियों को जानकारी दें तथा ऋण आवेदनों का समाधान शीर्ष प्राथमिकता से करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने स्टेट बैंक के ब्रांच मैनेजर के सम्बन्ध में जानकारी ली तो, वे अनुपस्थित पाये गये। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुये स्टेट बैंक के कोआर्डिनेटर को कल सुबह ग्यारह बजे जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिये हैं। अधिकारियों ने बैठक में यह भी बताया कि स्टेट बैंक के अधिकारियों द्वारा इस कार्य में बिल्कुल भी सहयोग नहीं दिया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नकारात्मकता को छोड़कर सकारात्मकता की सोच रखें। उन्होंने कहा कि अगर आप सकारात्मक ढंग से सोचते हैं, तो हर समस्या का कोई न कोई हल अवश्य निकल आता है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 सौरभ गहरवार, सीटीओ, श्रीमती नीतू भण्डारी, एस0डी0एम0 भगवानपुर श्री बृजेश कुमार तिवारी, महाप्रबन्धक उद्योग सुश्री पल्लवी गुप्ता, ए0एस0डी0एम0 श्री विजय नाथ शुक्ल, चयेरमैन सिडकुल एसोसिएशन श्री हरेन्द्र गर्ग, बैंकों के अधिकारीगण, बैंकर्स एवं आवेदकों सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
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