हरिद्वार। समाजसेवी शरत शर्मा ने आम आदमी पार्टी के 2022 के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अजय कोठियाल से उनके देहरादून पार्टी कार्यालय पर मुलाकात करके, प्रदेश में विकराल रूप ले चुकी पलायन, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर चर्चा बहुत ही उत्पादक और सफल चर्चा रही। मुलाकात करके उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एवं प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष उत्त्तराखण्ड प्रदेश की पलायन बेरोजगारी और महंगाई की समस्याओं के समाधान के रूप में बूथ इकॉनमिक्स मॉडल का प्रस्ताव रखा और जिस पर उनसे एवं उनके राजनैतिक एवं तकनीकी सलाहकार देवाशीष जी से भी गहन चर्चा हुई। शरत शर्मा इससे पूर्व भी सार्वजनिक रूप से राजनैतिक पार्टियों के चुनाव संबंधी घोषणापत्र के लिए प्रदेश की जनता के हितकारी सुझाव रख चुके है। इसी दिशा में अजय कोठियाल जी से मुलाकात करके उन्होंने प्रदेश के युवाओं को उनके बूथ पर ही रोजगार देने की आवश्यकता पर जोर देने के लिए कहा। साथ ही बूथ इक्नोमिक्स मॉडल से पलायन और महंगाई की समस्या से निजात पाने की तरीके पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। शरत शर्मा ने कहा की उनका प्रयास है की 2022 के बाद उत्तराखंड प्रदेश में पलायन और बेरोजगारी की समस्या पूर्ण रूप से समाप्त हो जाए। इसके लिए वह सभी राजनैतिक दलों के प्रमुखों से मिलकर उनसे युवाओं को उनके बूथ पर ही रोजगार देने का अनुरोध कर रहे है। केवल बूथ के क्षेत्राधिकार में रोजगार दिए जाने पर ही पलायन का और बेरोजगारी का समाधान किया जा सकता है।
उन्होंने आगे कहा की अजय कोठियाल से इस विषय पर भी विस्तार से चर्चा हुई की जो 4800 करोड़ रूपये उनकी पार्टी बेरोजगारी भत्ता देने की बात कह रही है उसे बेरोजगारी भत्ते के रूप में न देकर युवाओं से उनके बूथ स्तर के सार्वजनिक एवं जनहित के कार्य करवाते हुए उनकी तनख्वाह के रूप में उन्हें दिए जाने चाहिए। ऐसा करने से सरकार का गुड गवर्नेंस का सपना भी आसानी से पूरा किया जा सकता है और पलायन भी रुक जाएगा। समाजसेवी शरत शर्मा ने आशा जताई आम आदमी पार्टी उनके बूथ इक्नोमिक्स मॉडल को अपनाते हुए प्रदेश से बेरोजगारी और पलायन का समूल समाधान करने की दिशा में गंभीरता से फैसला लेगी और प्रदेश के ईमानदार करदाता के पैसे को किसी भी भत्ते के रूप में फ्री में न बांटकर इस पैसे को युवाओं को उनकी तनख्वाह के रूप में देगी और प्रदेश सरकार के विभागीय कार्यों और योजनाओं को प्रत्येक उत्तराखंडी तक सीधे उनके घर तक पहुँचाने का काम करेगी।
उन्होंने आगे बताया की इस योजना को वे कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंदर यादव, सह प्रभारी दीपिका पांडेय, पार्टी अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, व उनके स्थानीय स्तर के मैनिफेस्टो कमेटी के सदस्य सतपाल ब्रह्मचारी के समक्ष भी रख चुके है। परन्तु अभी तक कांग्रेस के किसी भी नेता ने उत्तराखंड की पलायन और बेरोजगारी की समस्या के निदान के लिए न तो बूथ इक्नोमिक्स से बेहतर कोई अन्य विकल्प जनता के सामने रखा है और न ही बूथ पर बूथ के क्षेत्राधिकार में ही युवाओं को सम्मानजनक रोजगार देने की दिशा में कोई गंभीरता दिखाई है। उन्होंने आगे कहा की कांग्रेस एवं अन्य दल बूथ पर चुनाव कमेटिया तो गठित कर रहे है और इसके लिए 10 से 15 युवको को जोड़ा भी जा रहा है परन्तु जैसे ही उनके रोजगार और पलायन का विषय आता है ये मौन हो जाते है। उन्होंने प्रदेश भर के युवाओं से आह्वान करते हुए भी कहा की सरकारी नौकरियां दी जा सकती है और परन्तु इन राजनैतिक दलों के पास न तो इसके लिए सारगर्भित विजन है और न ही वो सही सुझावों पर अमल करते करने के लिए गंभीर प्रतीत हो रहे है। ऐसे में युवाओं को स्वयं भी फैसला लेना चाहिए की वो 2022 के चुनाव में अपने बूथ पर रोजगार चाहते है या पार्टियों के डंडे – झंडे उठाकर केवल जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारों तक ही सीमित रहना चाहते है।
इस महत्वपूर्ण मीटिंग में आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्षा (महिला ) एवं हरिद्वार मिडिया प्रभारी व हरिद्वार के युवा समाजसेवी वेदांत उपाध्याय, शिव कुमार राजपूत भी साथ उपस्तिथ रहे।
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