November 24, 2024

उत्तराखंड में कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के तीन और नए मामले मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के तीन और नए मामले मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। सोमवार को देहरादून में दो बुजुर्ग और हरिद्वार में एक युवक ओमिक्रॉन संक्रमित पाया गया। तीन संक्रमित यमन और दुबई से लौटे हैं। जबकि लंदन से लौटी एक महिला की ओमिक्रॉन की रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्रदेश में अब तक ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या चार हो गई है।

उत्तराखंड में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। हरिद्वार व देहरादून में ओमिक्रॉन के तीन नए संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार में यमन से लौटा 28 वर्षीय युवक की मेला चिकित्सालय हरिद्वार कोविड आरटीपीसीआर जांच की गई थी। जिसमें युवक संक्रमित मिला था। इसके बाद कोविड सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। जिसमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। संक्रमित युवक को आइसोलेट किया गया है। वहीं, दुबई से लौटे देहरादून के राजपुर रोड निवासी 74 वर्षीय पुरुष और 65 वर्षीय महिला के कोविड सैंपल की ओमिक्रॉन पाजिटिव रिपोर्ट आई है। जबकि 11 दिसंबर को लंदन से देहरादून आई 34 वर्षीय विदेशी महिला की ओमिक्रॉन की निगेटिव रिपोर्ट आई।

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि ओमिक्रॉन संक्रमितों को आइसोलेशन में रखा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है। संक्रमितों के संपर्क में आए अन्य लोगों को चिन्हित कर सैंपल जांच की जाएगी। प्रदेश में अब तक ओमिक्रॉन के चार मामले सामने आए हैं। इसमें देहरादून में तीन और हरिद्वार में एक ओमिक्रॉन संक्रमित मिला है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने पर सभी सीएमओ को ओमिक्रॉन की रोकथाम और बचाव के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी अस्पतालों में इनफ्लूएंजा व गंभीर सांस ग्रसित मरीजों की सघन निगरानी कर कोविड जांच करने के निर्देश दिए। सचिव ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन मरीजों पर कंट्रोल रूम के माध्यम से निगरानी रखी जाए। कोविड संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की संघन ट्रेसिंग की जाए। जिसमें औसतन 20 संपर्क में आए लोगों को आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार कोविड जांच की जाए। आरटीपीसीआर जांच में संक्रमित लोगों के सैंपल अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दून मेडिकल कालेज को भेजा जाए। इसके अलावा सीएमओ को अस्पतालों में आइसोलेशन, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, सिलिंडर और कंसन्ट्रेटर को पूर्ण रूप से संचालन हालत में रखने के निर्देश दिए गए हैं। संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए जिला स्तर पर टीम गठित की जाएगी। जिसमें प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम होम आइसोलेशन, क्वारंटीन, कंटेनमेंट जोन को प्रभावी तरीके से लागू करेगी।

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