देहरादून।
कांग्रेस नेता अनिल भास्कर ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कोरोनाकाल में आर्थिक तंगी की मार झेल रहे परिवारों के बच्चों की स्कूल में होने वाली आनलाइन एजुकेशन में फीस में छूट दिए जाने की मांग की है।
दिए ज्ञापन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल भास्कर ने कहा कि 19 मई दिल्ली पब्लिक स्कूल की 11वीं कक्षा की ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हुई, जिसकी सूचना शिक्षकों द्वारा विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों के द्वारा छात्रों को दी गई थी परंतु किसी भी ग्रुप में फीस को लेकर के कोई सूचना नहीं दी गई थी तथा 19 मई को सुबह जब कक्षा का समय शुरू हुआ तो लैपटॉप और मोबाइल पर संबंधित पोर्टल ओपन नहीं हुआ और उसमें फीस की मांग दर्शाई गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कोरोनाकाॅल में अनेकों परिवार ऐसे हैं जो कि इस विकट घंड़ी में आर्थिक रूप इसं माहौल में भी फीस देने में सक्षम है( जिसमें नौकरी करने वाले लोग शामिल हैं ) परंतु अनेकों परिवार ऐसे भी है जोकि कोरोनाकाल में आर्थिक मंदी की मार झेल रहे है। जिन्हे इन दिनों अपना घर परिवार चलाने के लिए भी काफी उधेडबुन करनी पड़ रही है। ऐसे में इस तरह के परिवार फीस देने में असमर्थ हैं( जिसमें अधिकांश व्यापारी वर्ग आता है)। उन्होंने कहा कि बिना फीस दिए ऑनलाइन कक्षा हेतु पोर्टल ओपन ना होना उस परिवार के बच्चे के भविष्य के साथ सीधे तौर पर खिलवाड है। कांग्रेस नेता अनिल भास्कर ने जिलाधिकारी से आग्रह किया कि वर्तमान समय को देखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए फीस जमा करने में छूट दी जाए एवं कोई भी छात्र जिनके परिवार से फीस जमा नहीं हो पाई उसे कक्षा में बैठने का अधिकार प्राप्त हो।
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