डा निशंक ने पारिजात साहित्य एवं संस्कृति मंच हरिद्वार काव्य संकलन ‘काव्य कलश’ का लोकार्पण किया

Jalta Rashtra News

हरिद्वार। साहित्य की सार्थकता समाज में तब ही है, जब यह दुखों का कुहासा मिटाकर खुशियों का संदेश प्रसारित करे और अपनी आशावादी रचनाओं से भावी पीढ़ी का मार्गदर्शन करें, फिर चाहे वह साहित्य काविता, कहानी, उपन्यास, नाट्य अथवा अन्य किसी भी विधा में क्यों न हो। उक्त विचार विश्व विख्यात कवि एवं साहित्यकार, पूर्व केन्द्रीय शिक्षामंत्री तथा हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने, मुख्य अतिथि के रूप में, पारिजात साहित्य एवं संस्कृति मंच हरिद्वार द्वारा प्रकाशित अपने चौथे काव्य संकलन ‘काव्य कलश’ का लोकार्पण करते हुए कही।

पारिजात संस्था द्वारा रविवार को प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में नगर के प्रमुख साहित्यकारों लेखक एवं कवियों के अतिरिक्त अनेक गणमान्य वरिष्ठ नागरिकों की उपस्थिति में कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ निशंक ने यह भी घोषणा की, कि नगर के पूर्व साहित्यकारों तथा लेखकों की यादगार में तमाम सुविधाओं से सुसज्जित एक विशाल ‘लेखक ग्राम’ का निर्माण कराया जायेगा। इस सुविधाओं में सभागार, पंचकर्म चिकित्सा केन्द्र, पुस्तकालय आदि शामिल रहेंगे।  

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा. महावीर अग्रवाल ने कहा कि, ‘नगर के अनेक कवियों, लेखकों और साहित्यकारों द्वारा रचनाधर्मिता का निर्वहन बखूबी किया जा रहा है। उनके सतत् प्रयासों से देवनगरी अपने आपको गौरवान्वित अनुभव कर रही है।’ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रुड़की से पधारे प्राख्यात कवि एवं साहित्यकार डा. योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ ने पारिजात साहित्यिक एवं सांस्‍कृतिक मंच को ‘काव्य कलश’ साझा संकलन के प्रकाशन पर बधाई देते हुए कहा कि, “साहित्य समाज का सबसे बड़ा सेवक है, उसे निरन्तर सही दिशा दिखाता है।”

इसी कार्यक्रम के दौरान देवेन्द्र मिश्र के काव्य संग्रह ‘भाव सुमन’ तथा अभिनन्दन ‘अभि रसमय’ के संकलन ‘सरसती शायरी से फूल और काँटे’ का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम में संस्था के आठ दिवंगत कवियों की रचनाओं का पाठ करके उन्हें भावांजलि समर्पित की गयी। साथ ही काव्य कलश में सम्मिलित सभी कवियों ने प्रकशित हुई पुस्तक से अपनी-अपनी रचनाओं का पाठ किया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने काव्य पाठ करने वाले सभी कवियों को मंच से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया कार्यक्रम के संयोजक अरुण कुमार पाठक ने ‘काव्य कलश’ के प्रकाशन, कार्यक्रम आयोजित किये जाने के उद्देश्यों के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों का साहित्यिक परिचय कराया।

कार्यक्रम से पूर्व कथक नृय्यांगना वैष्णवी झा ने गणेश वंदना पर नृत्य प्रस्तुति दी। कवि अभिनन्दन गुप्ता ने संस्कृत भाषा में वाणी वंदना की।‌ सचिव भूदत्त शर्मा ने पारिजात संस्था की स्थापना से लेकर अब तक की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा वरिष्ठ सदस्य साधुराम पल्लव ने प्रकाशित संकलन काव्य कलश का परिचय कराया। कार्यक्रम का कुशल संचालन डा. नरेश मोहन ने किया। अंत में पारिजात अध्यक्ष सुभाष मलिक ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक स्वतन्त्र कुमार, वरिष्ठ पत्रकार राधिका नागरथ, बृजेन्द्र हर्ष, समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा, पं. ज्वाला प्रसाद शांडिल्य ‘दिव्य’, प्रेमशंकर शर्मा ‘प्रेमी’, नेता नैयर ‘निष्ठा’, डॉ. मनु शिवपुरी, राजकुमारी थर्रान, रविंद्र कुमार ‘गुल’, अरविंद दुबे, सत्य देव सोनी ‘सत्य’, महेंद्र कुमार ‘माही’, सोनेश्वर कुमार ‘सोना’, इमरान बदायूनी, कल्पना कुशवाहा, कंचन प्रभा गौतम आदि उपस्थित रहे।

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