हरिद्वार। तीर्थनगरी हरिद्वार में शनिवार को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया। शिव पुराण के अनुसार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए इस पर्व को शिव और पार्वती के विवाह के उपलक्ष में मनाया जाता है। इस अवसर पर शिव भक्तों ने पूरे दिन उपवास व्रत रखकर भगवान शंकर की उपासना पूजा करते हुए भगवान शंकर से अपने परिवार की आरोग्य एवं सुख समृद्धि की कामना की। वहीं रात्रि के समय शहर के अनेक सिद्धपीठ शिव मंदिरों में भगवान शंकर की चार प्रहर की पूजा का बडा आयोजन किया गया। जिसमें भगवान शंकर का वैदिक मंत्रोचार के साथ रुद्राभिषेक करते हुए भव्य आरती की गई। वही चतुर्दशी तिथि शनिवार को पड़ने पर महाशिवरात्रि त्यौहार का महत्व और भी बढ़ गया जिसके चलते शनिवार को सुबह से ही भगवान शंकर की पूजा अर्चना करने के लिए प्राचीन सिद्धपीठ शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने कनखल के सिद्धपीठ दक्षेश्वर महादेव मंदिर, दरिद्र भंजन, दुख भंजन, तिलभांडेश्वर, प्राचीन बिल्केश्वर महादेव मंदिर, ज्वालापुर के जालेश्वर महादेव, फिराहेडियान के श्री गंगा मंदिर, दलालान मे बंगलेश्वर बाबा, उद्धेश्वर महादेव, झंडा चौक बाजार में श्री रघुनाथ मंदिर, पाठकवाडा आदि प्राचीन शिव मंदिरों में भगवान शंकर की गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, बेल-पत्र, भांग, धतूरा, काले तिल, फल, फूल, मिष्ठान आदि द्रव्य से मंत्रोचार पूजा कर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। वही फिराहेडियान स्थित गंगा मंदिर में भी शिवरात्रि पर्व पर भगवान शंकर का बडा रुद्राभिषेक एवं आरती का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों भक्त शामिल हुए। वही दूसरी ओर ज्वालापुर के पांडेवाला स्थित श्री जालेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष में शिव भक्तों द्वारा शिव सहस्रार्चन पूजा का बड़ा भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम एवं ज्वालापुर थाना अध्यक्ष आर.के. सकलानी कार्यक्रम में शामिल हुए। वही कार्यक्रम में सैकड़ों स्थानीय शिव भक्तों एवं बाहर से आए यजमानों ने प्रमुख रूप में सहस्रार्चन पूजा अभिषेक मे भाग लेकर भगवान शंकर की विभिन्न द्रव्य पदार्थों से मंत्रोचार पूजा-अर्चना करते हुए आरोग्य एवं सुख समृद्धि की कामना की। पूजा अर्चना का कार्य आचार्य पं. वासुदेव मिश्र के द्वारा विधि-विधान के साथ संपन्न कराया गया। इस अवसर पर तीर्थ पुरोहित सचिन कौशिक एंव अनिल कौशिक ने महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शंकर की पूजा अर्चना का बड़ा महत्व बताते हुए इसे सभी भक्तों के लिए परम कल्याणकारी बताया। कहा कि आज के दिन जो भी भक्त भगवान शंकर को पूरी श्रद्धा भक्ति के साथ उन्हें गंगाजल और बेलपत्र के साथ उनकी पूजा करता है तो भगवान शंकर उसकी समस्त मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। वही तीर्थ पुरोहित मोनू चाकलान और विपुल मिश्रोटे ने महाशिवरात्रि पूजा मे सहस्त्रार्चन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि आज के दिन जो भी शिवभक्त भगवान शंकर की विधि-विधान से पूजा करता है, तो भगवान शिव फलस्वरूप उसके समस्त जन्म जन्मांतर के पापों को नष्ट करते हुए उसको आशीर्वाद स्वरुप आरोग्य, धन, संपदा एवं सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। पूजा अर्चना में आशुतोष चक्रपाणि, उमेश कौशिक, प्रदीप निगारे, उमाशंकर वशिष्ठ, अंकुर पालीवाल, आदित्य वशिष्ठ, वासु वशिष्ठ, विजय प्रधान, निर्मल गोस्वामी, महेश तुम्बडिया, सोनू चाकलान, नवनीत, चिराग सरदार, सौरभ सिखौला, विशाल सिखौला, सुनील चाकलान, गौरव आदि शिवभक्त उपस्थित रहे।
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