November 23, 2024

कानपुर का ‘जादुई’ मंदिर मॉनसून की सटीक सूचना देता है 

कानपुर।

भारत देश को मंदिरों का देश का कहा जाता है. जहां आस्था के प्रतीक तमाम नायाब मंदिर मौजूद हैं. इनमें कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जिनकी वास्तुकला अनोखी है. वहीं इन मंदिरों में कई ऐसे हैं जो विज्ञान के मामले में भी बेजोड़ हैं. यूपी के कानपुर में ऐसा ही एक मंदिर है जो मॉनसून की सटीक सूचना देता है. भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षित स्मारकों में शामिल यह मंदिर देश भर के वैज्ञानिकों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है.

कानपुर से तकरीबन 50 किमी दूर बेहटा बुजुर्ग गांव में बने इस जगन्नाथ मंदिर को मॉनसून मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा स्थापित है. मंदिर की छत पर मॉनसून पत्थर लगा हुआ है. इस पत्थर से टपकने वाली बूंदों से अंदाजा लग जाता है कि बारिश कैसी होगी. अगर ज्यादा बूंदे टपकती हैं तो ज्यादा बारिश होने की संभावनाएं बनती हैं. यह कोरी मान्यता नहीं है, इसमें पूरा विज्ञान है. मंदिर बनाते समय ही संभवतः इस बात का ध्यान रखा गया होगा. मंदिर की दीवारों और छत इस तरह से बनाई गई हैं कि ये मॉनसून शुरू होने के 5-7 दिन पहले ही संकेत देना शुरू देती हैं.

मंदिर को जहां मॉनसून और बारिश की भविष्यवाणी के लिए जाना जाता है, वहीं मंदिर के शिखर पर लगे सूर्य चक्र का भी विशेष महत्व बताया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस सूर्य चक्र की वजह से इलाके में कभी बिजली नहीं गिरती. इस मंदिर को रथ के आकार में बनाया गया है. क्षेत्र के ही नहीं, दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने के लिए आते हैं. भारतीय पुरातत्व विभाग को ओर से मंदिर की देखरेख के लिए तैनात केयर टेकर का कहना है कि दो तीन साल पहले तक लगातार यहां पर वैज्ञानिकों का आना-जाना लगा रहता था. कई बार यहां पर वैज्ञानिक रिसर्च के लिए आ चुके हैं, लेकिन कुछ खास जानकारी नहीं जुटा पाए. कोरोना की वजह से फिलहाल यह मंदिर सुबह और शाम एक एक घंटे के लिए ही खुलता है.

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