April 28, 2025

जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों की टीम के साथ आदि कैलाश एवं ओम पर्वत दर्शन यात्रा की व्यवस्थाओं का किया स्थलीय निरीक्षण

पिथौरागढ़,।*जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों की टीम के साथ आदि कैलाश एवं ओम पर्वत दर्शन यात्रा की व्यवस्थाओं का किया स्थलीय निरीक्षण*

जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के विकासखंड धारचूला के अन्तर्गत आगामी आदि कैलाश एवं ओम पर्वत दर्शन यात्रा के सफल संचालन एवं श्रद्धालुओं को समुचित व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संबन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ उक्त क्षेत्रान्तर्गत यात्रा मार्गों एवं विभिन्न व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया गया। दो दिवसीय इस दौरे के दौरान जिलाधिकारी ने पहले दिन गूंजी एवं कुटी के लोगों संग जनसभा की एवं आदि कैलाश पर्वत एवं पार्वती कुंड स्थित शिव मंदिर तक दौरा किया और यात्रियों के लिए सुविधाएं सम्बन्धी व्यवस्थाएं जानी। दूसरे दिन काली नदी के उद्गम स्थान काला पानी एवं नाभि ढांग पहुंच ॐ पर्वत के दर्शन किए और सड़क, पानी, शौचालय, यात्रियों के ठहरने आदि की स्थिति का जायज़ा लिया ।

जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में उनके द्वारा विभागीय टीम के साथ आदि कैलाश यात्रा हेतु व्यवस्थाओं की स्थिति का जायजा लिया। पर्यटकों/श्रद्धालुओं हेतु यात्रा के दौरान मूलभूत सुविधाओं पेयजल, विद्युत, दूरसंचार, खाद्यान्न, सड़क, परिवहन आदि सुविधाएं बहाल कर दी गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि पार्वती सरोवर स्थित शिव मंदिर में कपाट 02 मई को खुलेंगे, 28 अप्रैल से श्रद्धालु इनर लाइन परमिट के लिए वेबसाइट पर अप्लाई कर सकेंगे और 30 अप्रैल से इनर लाइन पास जारी हो जायेगे। उन्होंने पर्यटकों/श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर इस दिव्य धाम के दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभूति का अनुभव करें। जिलाधिकारी ने इस दौरान यात्रियों के लिए मार्ग में शेड व्यवस्थाओं आदि का भी जायजा लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि बर्फबारी के दौरान जो भी शेड आदि क्षतिग्रस्त हुए हैं उनको यात्रा से पूर्व तत्काल सुचारू करना सुनिश्चित करें। वह पेयजल एवं जिला पंचायत अधिकारियों को समन्वय बनाकर पानी और शौचालय की सुविधाओं को उपलब्ध कराने

के निर्देश दिए एवं उन सुविधाओं का साप्ताहिक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। आदि कैलाश यात्रा से संबंधी अन्य व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए। उन्होंने धारचूला से गूंजी सड़क के मध्य चल रहे BRO द्वारा किए जा रहे कार्य जहां एक तरफ से खुदी सड़कों को 5 मई तक भरकर यात्रा के लिए सुचारू करने के सख्त निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने कुटी, वाइब्रेंट विलेज के स्थानीय निवासियों से वार्ता कर यात्रा को सफल बनाए जाने हेतु सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कुटी की जनता को सुझाव देते हुए कहा कि यत्रियों की सुविधाओं को देखते हुए घोड़े सवारी के साथ साथ टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध कराए जिससे यात्रियों का समय और स्थानीय जनता की इनकम में भी बढ़ोतरी हो सके और सुझाव देते हुए कहा कि घोड़े सवारी के रेट्स भी आपसी सहमती बनाकर रेग्यूलेट करें जो यत्रियों की जेब पर भी भारी ना पड़े। ARTO को टैक्सी का किराया रेग्यूलेट करने एवं ट्रैफिस व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि इस साल पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा यात्रियों के आने की उम्मीद है और जिला प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधाओं को लेकर प्रतिबद्ध है। दौरे के दूसरे दिन जिलाधिकारी ने नाभि ढांग पहुंच कर ॐ पर्वत के दर्शन किए और कुमाऊं मंडल विकास निगम की स्थिति जानी। गूंजी से नाभि ढांग की सड़क की अच्छी स्थिति के लिए BRO का आभार व्यक्त किया। जिला पर्यटन विभाग को यात्रा मार्ग पर जगह जगह पोस्टरों के माध्यम से महत्वपूर्ण स्थानों का पौराणिक महत्व बताने हेतु निर्देश दिए । BRO के अधिकारियों भी निर्देश दिए कि जगह जगह साइन बोर्ड्स लगाएं ताकि यात्रियों सुरक्षित सफर कर पाएं।

जिलाधिकारी ने कहा कि आदि कैलाश एवं ओम पर्वत की यात्रा धार्मिक महत्व की होने के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि इस यात्रा को सुगम, सुरक्षित एवं यादगार बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार एवं जिला प्रशासन तत्परता से कार्य कर रही है। उन्होंने यात्रा मार्ग पर कार्यरत विभिन्न एजेंसियों एवं BRO को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि आदि कैलाश यात्रा शुरू होने से पहले सारी व्यवस्थाओं को पुख्ता कर साप्ताहिक निरीक्षण कर रिपोर्ट उपजिलाधिकारी धारचूला को उपलब्ध कराए। स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की ताकि यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके। उन्होंने ने यह भी कहा कि आदि कैलाश और ओम पर्वत जैसे पवित्र स्थलों की यात्रा एक आध्यात्मिक अनुभव है, जिसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम रूप में उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन टीम को आपसी समन्वय बनाकर यात्रा के दौरान हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने तथा सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जिलाधिकारी ने माना कि ITBP, भारतीय सेना और BRO के सहयोग से ही जिला प्रशासन इस यात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न करता है। लौटते वक्त छियालेख में ITBP के अधिकारियों से यात्रा के दौरान होने वाली परेशानी जैसे पानी, शौचालय, पार्किंग की व्यवस्था जानी और इनर लाइन परमिट लेकर आए यत्रियों की एंट्री प्रोसिजर के बारे में भी जानकारी ली और ग्राम बुदी में स्थानीय जनता से भी मिले और वहां की जनता की समस्याएं जानी और उनकी सुरंग वाली समस्या ले लिए सुझाव देते हुए एक बैठक BRO अधिकारियों और गांव के लोगों को करने और सुरंग के लिए निश्चित स्थान तय करने के लिए कहा।

निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी धारचूला मंजीत सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति आर्य, जिला पंचायत अभियन्ता निर्मल उप्रेती सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी स्थानीय जनता आदि उपस्थित रहे।