May 30, 2025

डीएम की अध्यक्षता में विकसित कृषि संकल्प अभियान के अन्तर्गत अनुसंधान किसान के द्वार कार्यक्रम के आयोजन किया जाएगा

पिथौरागढ़।जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में विकसित कृषि संकल्प अभियान के अन्तर्गत अनुसंधान किसान के द्वार कार्यक्रम के आयोजन, जो दिनांक 29.05.2025 से 12.06.2025 तक होने तय हैं, की तैयारियों की समीक्षा बैठक कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि एवं एलाइड विभागों के अधिकारियों संग कैंप कार्यालय में संपन्न हुई।

बैठक में जिलाधिकारी में विकसित कृषि संकल्प अभियान” के अन्तर्गत “अनुसंधान किसान के द्वार कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी संबन्धित विभाग के अधिकारियों से ली। मुख्य कृषि अधिकारी ने उक्त के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि जनपद पिथौरागढ़ में कृषि संकल्प अभियान के तहत 135 कार्यक्रम करवाए जाने हैं, उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ की भौगोलिक स्थिति एवं क्षेत्रफल को देखते हुए जनपद में 05 टीमों का गठन किया गया है जो एक दिन में 09 कार्यक्रमों में हिस्सा लेगी। जिसमें 04 टीमें दिन में 02 कार्यक्रम तथा 01 कार्यक्रम किसी अन्य दुरुस्त क्षेत्र में 1 कार्यक्रम करेंगी । कृषि अधिकारी ने बताया कि कृषि एवं एलाइड विभागों द्वारा कार्यक्रमों के दौरान स्टॉल भी लगाए जाएंगे तथा इसमें ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ,ग्राम विकास अधिकारी भी प्रतिभाग करेंगे।

जिलाधिकारी ने सुझाव देते हुए कहा कि प्रातः 10 से 12 बजे तक 01 कार्यक्रम और शाम को 3:30 बजे दूसरा कार्यक्रम करवाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को हर संभव मदद करने का आश्वासन देते हुए इन कार्यक्रमों को सफल बनाने एवं कार्यक्रमों को रिकॉर्ड करने तथा हर दिन फाइल अभिलेखीकरण करने के भी निर्देश दिए। जनपद में कृषि को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी ने संबन्धित विभाग के अधिकारियों को कार्यक्रम के दौरान उन पहलुओं की भी जानकारी हासिल करने के निर्देश दिए जिसके इंटरवेंशन से उस क्षेत्र की कृषि को बढ़ावा मिल सके। जिलाधिकारी ने जंगलों में आग के बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिकारियों को इस हेतु जनजागरुकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।

बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि मा० कृषि मंत्री भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के क्रम में दिनांक 29.05.2025 से 12.06. 2025 तक “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के अन्तर्गत “अनुसंधान किसान के द्वार कार्यक्रम” का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, गैना के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में किया जायेगा। उक्त आयोजन में किसानों को क्षेत्र विशेष में उगाई जाने वाली फसलों, पशुपालन, मुर्गीपालन, मत्स्यपालन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बीमा, के०सी०सी० तथा अन्य जन उपयोगी विभिन्न सरकारी योजनाओं तथा नीतियों के बारे में जागरूक किया जायेगा, ताकि उनसे फीडबैक एवं नवाचार से सीख लेते हुए वैज्ञानिक अनुसंधान को नई दिशा दे सकें।

इस दौरान मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. आर एस चलाल समेत कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी एवं वैज्ञानिक मौजूद रहे।