हरिद्वार।
महामहिम राज्यपाल उत्तराखण्ड श्रीमती बेबी रानी मौर्य के मुख्य निर्देशन, जिलाधिकारी अध्यक्ष इण्डियन रेडक्रास सी. रविशंकर एवं रेडक्रॉस सचिव / प्रोफेसर डॉ. नरेश चौधरी के संयोजन में इण्डियन रेडक्रॉस के तत्वाधान में हरेला लोकपर्व के उपलक्ष्य पर ग्रीन हरिद्वार-स्वच्छ हरिद्वार” संदेश को जनमानस की दिनचर्या में शामिल करने के लिये ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में अपर जिलाधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा को रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी के नेतृत्व में रेडक्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा पौधा भेंट कर पखवाड़े तक चलने वाले विशेष अभियान का शुभारंभ कर किया गया। इस अभियान के तहत रेडक्रॉस स्वयं सेवक जन समाज को जागरूक करेंगे कि हर व्यक्ति को कम से कम दस पौधे रोपित करने हैं और उनका वृक्ष बनने तक देखभाल भी स्वयं करनी है। पौधों को रोपित करने में यह विशेष ध्यान रखा जाएगा कि जहां पौधे लगाये जायेगें वहां पर भविष्य में उनको उखाड़ा अथवा काटा न जाये।
इसी अभियान के अन्तर्गत अपर जिलाधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा ने ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में रेडक्रॉस स्वयंसेवकों को संकल्प दिलाया कि “ग्रीन हरिद्वार-स्वच्छ हरिद्वार” बनाने के लिये प्रत्येक नागरिक को जागरूक करना होगा कि जो पौधा उसके द्वारा रोपित किया जाता है उसका रखरखाव वह अपने बच्चे के पालन-पोषण के समान करें तो वह दिन दूर नहीं जब सम्पूर्ण हरिद्वार हरा भरा दिखेगा, साथ ही साथ अपर जिलाधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा ने कहा कि स्वच्छ हरिद्वार बनाने के लिए हमें अपने घर और उसके आसपास एवं कार्य स्थल की तो साफ-सफाई रखनी ही है साथ ही यह भी ध्यान रखना है कि जो कूड़ा-करकट हम अपने आस-पास से साफ कर रहें हैं उसका निस्तारण निर्धारित उचित स्थान पर ही करें। तभी ग्रीन हरिद्वार स्वच्छ हरिद्वार का सपना सही मायने में साकार हो सकेगा। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी ने जनमानस को महसूस करा दिया है कि वातावरण में ऑक्सीजन कितनी महत्वपूर्ण है और ऑक्सीजन के संतुलन को बनाए रखने के लिए प्रकृति तथा पर्यावरण का संरक्षण आवश्यक है, इसी को मद्देनजर रखते हुए प्रत्येक नागरिक को पौधे अवश्य रोपित करने चाहिए एवं पौधारोपण के बाद उसके वृक्ष बनने तक पौधे की सिंचाई एवं सुरक्षा वृक्षारोपण कर्ता को स्वयं करनी होगी तभी वृक्षारोपण सही मायने में सफल होगा।
रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि मानव एवं प्रकृति एक दूसरे के पूरक है और हम परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से प्रकृति पर आश्रित हैं, प्रकृति के बिना हमारा अस्तित्व सम्भव नहीं है। प्रकृति का संरक्षण हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। धरती को हरा-भरा रखने एवं पर्यावरण संवर्धन के प्रति जनसमाज को जागरूक होकर वातावरण को शुद्ध करने के लिये अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए। डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस पर जनसमाज स्वतः ही जागरूक है कि कोविड-19 जैसी वैश्विक बीमारियों से बचाव के लिये पर्यावरण में वृक्षों का कितना महत्व है। मानव जीवन को सतत स्वस्थ्य और सुखी बनाने के लिये प्रकृति एवं पर्यावरण के लिये अधिक से अधिक औषधीय, छायादार, फलदार वृक्ष लगाने चाहिए। आज के परिपेक्ष्य में पीपल, नीम, जामुन, बरगद आदि वृक्ष लगाने से जीवन देने के लिये अनमेाल ऑक्सीजन मिलती है, ऑक्सीजन के बिना प्राणियों का जीवन सम्भव नहीं है साथ ही साथ पेड-पौधों से हमें ताजगी एवं सुकून मिलता है और पेड-पौधे ही वैश्विक तापमान वृद्धि को कम करते हैं तथा वायु एवं जल प्रदूषण को भी नियंत्रित करते हैं। वृक्षों के महत्व को समझते हुए प्रत्येक जनमानस को पौधारोपण कर उनको बच्चों की तरह दैनिक देखभाल करने के लिये अपनी दिनचर्या में सम्मिलित करें। रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि हरेला लोकपर्व के उपलक्ष्य में “ग्रीन हरिद्वार-स्वच्छ हरिद्वार” पखवाड़ा मनाया जायेगा, जिसके अन्तर्गत सभी नागरिकों को जागरूक करते हुए हरिद्वार को स्वच्छ एवं हरा-भरा करने के लिये विशेष रूप से प्रेरित किया जायेगा।
कार्यक्रम में डॉ. नलिन्द, डॉ. अमन, डॉ. अवधेश, डॉ. भावना, डॉ. अंजलि, डॉ. वैशाली, डॉ. मनीष, डॉ. स्वपनिल, डॉ. उर्मिला पाण्डेय, विकास देशवाल, कमल गुजराल, पूनम, शैलजा, श्रीमती पूनम, पृथा बसु, आराधना सिंह, अभिषेक गुप्ता, निलाजंना सिंह, अनिरूद्ध नामदेव, तरूण चन्द्रा, वैशाली, मेघा कोरी, प्रतीक्षा रावत, श्वेता, दीपक मंडल, दिपांशा, सतेन्द्र सिंह नेगी, संतोष कुमार, विजयपाल, अंकित कुमार, राहुल पाण्डेय आदि ने सक्रिय सहभागिता की।
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