हरिद्वार ।
विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चीला विद्युत ग्रह में गेट मीटिंग की गई। सभा की अध्यक्षता संघर्ष मोर्चा के संरक्षक इं० मोहम्मद अनीस ने की एवं संचालन पूर्ण सिंह राणा की के द्वारा की गई। ऊर्जा निगम के कार्मिक पिछले 4 वर्षों से एसीपी की पुरानी व्यवस्था तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के तृतीय समयबद्ध वेतनमान/ एसीपी अवर अभियंता के सिलेक्शन ग्रेड वेतनमान के समकक्ष की मांग करते हुए आ रहे हैं।
तथा उपनल के माध्यम से कार्य कर रहे कार्मिकों के नियमितीकरण एवं समान कार्य समान वेतन को लेकर लगातार शासन प्रशासन से वार्ता कर रहे हैं वह वर्ष 2017 मैं ऊर्जा निगम कार्मिक आंदोलनरत थे तब 22 दिसंबर 2017 को कार्मिकों के संगठन तथा सरकार के बीच द्विपक्षीय समझौता हुआ परंतु आज तक उस समझौते पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
ऊर्जा निगम के कार्मिक इस बात से आक्रोशित हैं कि सातवें वेतन आयोग में उनकी पुरानी चली आ रही 9-5-5 की एसपी व्यवस्था समाप्त कर दिया गया है जो कि उन्हें उत्तर प्रदेश के समय से ही मिलती आ रही थी, यही नहीं पे मैट्रिक में भी काफी छेड़खानी की गई इससे पूर्व कार्मिक संगठनों ने मुख्यमंत्री उत्तराखंड के आश्वासन तथा कोविड के कारण जनहित को देखते हुए 27 मई को अपने हड़ताल स्थगित कर चुके हैं।
डेढ़ माह गुजरने के बावजूद भी सरकार एवं ऊर्जा निगमों द्वारा अभी तक कोई वार्ता नहीं की गई। सभा में वक्ताओं ने आक्रोश प्रकट किया एवं संघर्ष मोर्चा चीला के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश पुरोहित ने आरोप लगाया है कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा कर जिससे जिसको किसी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा चाहे कितनी भी हद तक जाना पड़े अपनी मांगे पूरी करवा कर ही छोड़ेंगे बाकी अन्य वक्ताओं में विवेक कुमार, मोर्चा के चीला के सचिव विकास उपाध्याय, नरेंद्र बिष्ट, जगदीश उपाध्याय, इमरान, राजेश दीपक, अरविंद चौरसिया, चांद कुमार, मीनाक्षी बसेड़ा, संगीता बमरारा, बिशन दत्त, लोकेंद्र भंडारी, दीपक गिरी, विक्रम सिंह, विजय भदूला, गोपाल रावत तमाम कर्मचारियों ने अपनी बात रखी तथा २० जुलाई को अधिक से अधिक संख्या में देहरादून पहुंचने की प्रतिबद्धता प्रकट की।
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