*अपराध गोष्ठी*
*जनपद पुलिस मुख्यालय में माह सितम्बर की अपराध समीक्षा गोष्ठी आयोजित*
*मुख्यालय स्तर से चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों की, की गई समीक्षा*
*फेस्टिव सीजन में आग लगने की घटनाओं पर रोकधाम के दिए निर्देश*
*धनतेरस/दीपावली त्योहार को देखते हुए शहरी क्षेत्र में बनाया जाए यातायात प्लान*
*सीमावर्ती क्षेत्र में 24 घंटे सतर्क रहकर संबंधित थाना प्रभारी कराये चेकिंग*
*बड़े अपराधों को गंभीरता से लेकर अपराधियों पर लगाम लगाने के दिए निर्देश*
आज दिनांक 15/10/25 को एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में पुलिस कार्यालय रोशनाबाद स्थित सभागार में माह सितम्बर की अपराध समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई।
क्राइम मीटिंग में एसएसपी द्वारा मुख्यालय स्तर से प्रचलित कालनेमि/ अज्ञात महिला शव शिनाख्त अभियान, तंबाकू मुक्त युवा कैम्पेन, ऑपरेशन लगाम आदि के आंकड़ों को जांच कर प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
नारकोटिक्स अधिनियम के मामलों, लम्बित विवेचनाओं, हत्या के प्रकरणों सहित मुख्यालय स्तर पर प्रचलित 46 बिन्दुओं की अपराध समीक्षा कर आंकड़ों को सुधारने के निर्देश दिए गए।
*इस दौरान श्री डोबाल द्वारा निम्नलिखित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए-*
1- सभी थाना प्रभारी/ एफएसओ सुनिश्चित करें कि किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध पटाखा फैक्ट्री या गोदाम न हों। ऐसा पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाए।
2- सीएफओ सुनिश्चित करें कि विभिन्न फैक्ट्रियों सहित दिवाली के पटाखों के लिए लगने वाले बाजारों को पर्याप्त अग्नि सुरक्षा उपकरण उपलब्ध होने पर ही नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी किए जाएं एवं अपनी जिम्मेदारी समझते हुए औचक दौरा कर उक्त उपकरणों की कार्यशीलता जांची जाए।
3- त्योहारों के दौरान सभी फायर स्टेशन अलर्ट मोड पर काम करेंगे। रिएक्शन टाइम जितना कम होगा नुकसान उतना ही ज्यादा कम होगा।
4- कोई भी आग लगने की घटना घटित होने पर यदि आवश्यकता हो तो नजदीकी फायर स्टेशनों से भी मदद मांगी जाए ताकी जन/धन हानि को कम से कम किया जाए।
5- कालनेमि/ अज्ञात महिला शव शिनाख्त अभियान में कुछ थाने सुस्त नजर आ रहे हैं। संबंधित प्रभारी समय से चेत जाएं और अपनी सक्रियता दिखाएं अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
6- तंबाकू मुक्त युवा कैम्पेन को सभी गंभीरता से लें। तम्बाकू सेवन के नुकसान के बारे में छात्र-छात्राओं एवं आमजन को नुक्कड़ नाटक एवं गोष्ठी के माध्यम से जागरुक किया जाए।
7- लंबित विवेचनाओं के निस्तारण में संबंधित सर्किल ऑफिसर्स ध्यान दें। पूरी पारदर्शिता के साथ गुण-दोष के आधार पर विवेचनाओं का निस्तारण किया जाए।
8- शांति व्यवस्था प्रभावित कर रहे तत्वों के विरुद्ध प्रत्येक दशा में विधिक कार्यवाही अमल में लाते हुए आपराधिक तत्वों पर सतर्क नजर रखी जाये ताकी बड़ी घटनाओं पर रोक लगायी जा सके।
9- मेडिकल स्टोर्स पर मादक द्रव्यों/ कैप्सूल्स की बिक्री पर रोक लगाने के लिए औषधी विभाग से सामंजस्य स्थापित कर छापेमारी की जाए। छोलाछाप दवाखानों पर प्रभावी रोक आवश्यक है।
10- दिवाली के दृष्टिगत प्रशासन से समन्वय स्थापित कर भीड़भाड़ वाले इलाकों से अतिक्रमण हटाया जाए। भीड़ के दृष्टिगत बाजारों के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया जाए एवं छीना-झपटी के मामलों को रोकने के लिए पुलिस एवं पीएसी के जवानों को गस्त पर रखा जाए।
11- त्योहारों की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी बॉर्डर चेकपोस्ट्स को अलर्ट मोड पर रखा जाए और आवागमन कर रहे सभी वाहनों पर सख्त नजर रखी जाए।
12- गंभीर अपराधों में वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित करना आवश्यक है। थाना प्रभारी बड़े अपराधों में फिल्ड यूनिट का सहयोग अनिवार्य रूप से लें।
More Stories
ग्राउंड जीरो पर परफॉर्मेंस को मिला सम्मान
SSP हरिद्वार के निर्देश पर ऑनलाइन डिलीवरी करने वाले व्यक्तियों से की पुलिस ने बातचीत
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 2047 तक विकसित उत्तराखण्ड राज्य बनाने के लिए सीपीपीजीजी से संबंधित अधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई