उत्तरकाशी।
कोरोनाकाल की मार इतिहास में दूसरी बार लगातार चारधाम यात्रा पर भी पड़ी है। यह दूसरी बार होगा, जब विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट बिना श्रद्धालुओं के खुलेंगे। प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिला प्रशासन ने यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खोलने को लेकर तैयारियां पूरी कर दी हैं। शुक्रवार को यमुनोत्री धाम के कपाट और शनिवार सुबह गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर मात्र 25-25 पुरोहितों और प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों की मौजूदगी में खोले जाएंगे। शुक्रवार दोपहर को चारधाम यात्रा दूसरी बार बिना श्रद्धालुओं के शुरू हो जाएगी। शुक्रवार दोपहर अभिजीत मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट 12 बजकर 15 मिनट पर 6 माह ग्रीष्मकाल के लिए विधि-विधान के साथ खोल दिये जायेंगे। मां यमुना जी की डोली सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर शनि महाराज की डोली के साथ यमुनोत्री धाम के लिए शीतकालीन प्रवास खरसाली से रवाना होगी। धाम के कपाट खोलने के साथ ही कोविड नियमों का अनुपालन अनिवार्य होगा। वहीं शुक्रवार पूर्वाह्न कर्क लग्न में 11 बजकर 45 मिनट पर मां गंगा जी की डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा से वेद मंत्रोच्चारण के साथ गंगोत्री के लिए रवाना होगी। गंगा जी की डोली भैरो घाटी में रात्रि विश्राम करेगी। उसके बाद 15 मई(शनिवार) को सुबह गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर मिथुन लग्न की शुभ बेला पर सुबह 7 बजकर 31 मिनट पर 6 माह के लिए विधि-विधान के साथ खोल दिए जाएंगे।
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