- जीएसटी का मुख्य उद्देश्य टैक्स की जटिलता को कम करना: वित्त मंत्री
हरिद्वार। एसोसिएशन ऑफ टैक्स पेयर्स एंड प्रोफेशनल की ओर से द्वितीय जनरल मीटिंग और टेक्निकल सेशन का आयोजन होटल फेरन रेसीडेंसी में किया गया। इसमें वित्त मंत्री श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में संस्था की ओर से दिए गए सुझावों के बाद वित्त मंत्री ने अपना सम्बोधन दिया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी प्रणाली एक प्रगतीशील व्यवस्था है, जो पहले से कई देशों में सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैl भारत में जीएसटी ने टैक्स की व्यवस्था में जटिलता और दोहराव को कम किया है। जीएसटी का मुख्य उद्देश्य टैक्स की जटिलता को कम करना है, जिससे व्यापार को बढ़ाया जा सके और पूरे भारत को एक बाजार के रूप में विकसित किया जा सके।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इसमें चेक पोस्ट की व्यवस्था समाप्त हो जाने से सामान भेजने में लगने वाले समय में कमी हुई तथा राज्य की सीमाओं पर अनावश्यक लगने वाले जाम से मुक्ति मिली, इससे चेक पोस्टों पर होने वाले भ्रष्टाचार में कमी आई और माल परिवहन की सारी व्यवस्था ईवे बिल के माध्यम से ऑनलाइन कर दी गई।
श्री अग्रवाल ने कहा कि वास्तव में वस्तु और सेवा को पूर्ण रूप से पृथक नहीं किया जा सकता, कई व्यापार में वस्तु और सेवा दोनों ही प्रक्रिया के अनिवार्य अंग होते हैं। वर्तमान में जीएसटी की कर प्रणाली को पूरी तरह से ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से संचालित किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है, और रिटर्न तथा अन्य जीएसटी संबंधी गतिविधियां कोई भी व्यक्ति अपने घर पर या कहीं भी जहां इंटरनेट की सुविधा है, संचालित कर सकता है।
श्री अग्रवाल जी ने कहा कि टैक्स के नियमों में सरलता और टैक्स अनुपालन की ऑनलाइन व्यवस्था से व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलता है और राज्यों के बीच आपसी व्यापार वाणिज्य में वृद्धि होती है, जिससे कि संपूर्ण भारत को एक बाजार के रूप में विकसित किया जा सकता है।
कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में नई जी.एस.टी. व्यवस्था के अंतर्गत सरल ऑनलाइन और पारदर्शी व्यवस्था के कारण लगातार करदाता की संख्या में वृद्धि हो रही है, जो कि भविष्य के लिए अच्छा संकेत हैl
श्री अग्रवाल ने भरोसा जताते हुए कहा कि जीएसटी के किसी व्यापारी का शोषण, उत्पीड़न नहीं होगा। प्रदेश में खुशहाली आएगी और राजस्व में वृद्धि होगी। यही नहीं कहीं न कहीं औद्योगिक क्षेत्रों में वृद्धि होगी और रोजगार के अवसर जैसे कि हमारे चार्टड अकाउंटेंड और अधिवक्ताओं को कार्य मिलेगा।
इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष अंजनी कुमार श्रीवास्तव, महासचिव पराग सिंघल, आयुक्त वाणिज्यकर इकबाल अहमद, संतोष कुमार गुप्ता, सन्दीप बंसल, प्रमोद राजे, विनोद पाटनी, अतुल अग्रवाल, आशुतोष सिंघल, अनुराग श्रीवास्तव, तेज प्रकाश साहू, जीवन जोशी, सुनील ध्यानी आदि अधिवक्ता, सीए, करदाता व्यापारी मौजूद रहे।
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