December 25, 2024

चरणजीत सिंह चन्नी को मिली पंजाब की बागडोर

अफवाहें, अटकलें, अनुमान और आशंकाएं कि अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का अगला कैप्टन कौन होगा? प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के नाम को लेकर उठती अटकलों के बीच एक समय तो ऐसा लगा कि सुखजिंदर रंधावा ने बाजी मार ली है। लेकिन कांग्रेस आलाकमान की तरफ से दलित समाज से आने वाले चरणजीत सिंह चन्नी ने बाजी मार ली है। उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात की। गौरतलब है कि 18 सितंबर को कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से ही नए मुख्यमंत्री के नाम पर तमाम कयास लगाए जा रहे थे। 18 तारीख़ की शाम 5 बजे ही कांग्रेस विधायकों की बैठक थी। लेकिन इसके बाद कोई नाम नहीं निकला। अब करीब 24 घंटे के सस्पेंस के बाद नए सीएम के नाम का ऐलान कर दिया गया है। सोमवार को चन्नी सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।

पंजाब में पहली बार किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाया गया है। चरणजीत सिंह चन्नी रामदासिया समुदाय (सिख दलित) से आते हैं। पूरे भारत में पंजाब में दलितों का प्रतिशत सबसे ज़्यादा है। पंजाब में करीब का 32 फ़ीसदी दलित आबादी है। लेकिन आज़ादी के बाद पंजाब के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई दलित राज्य का मुख्यमंत्री बना हो या इसके आस-पास भी फटका हो। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि पंजाब को एक दलित मुख्यमंत्री मिला है। पंजाब में कई सीट ऐसी हैं जहां दलितों की भूमिका निर्णायक होती है। पंजाब की 117 में से 33 सीटें दलितों के लिए आरक्षित हैं।