एक बार इधर भी देखो
Fri May 21 , 2021
कवियत्री में कविता कहती है कि चुनाव खत्म हो चुका है। अब मानवता की पुकार सुनों। देश में लोग तड़प रहे हैं उन्हें बचाने की कोशिश करो। किसी को मिले नहीं भोजन जिसे मिले उसके नखरे अपार कराह उठी देख तस्वीर मैं कोई सुद्धबुद्ध लो अब सरकार खेलवा […]
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