1971 से ही बांग्लादेश से भारत का रिश्ता रणनीतिक सरोकारों से कहीं ऊपर है और 2014 के बाद इन संबंधों को नया विस्तार मिला है। दोनों देशों के इस भावनात्मक रिश्तों को ‘मिताली एक्सप्रेस’ अब और आगे बढ़ाएगी। बीते वर्ष मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे के समय इसकी घोषणा की गई थी। कोविड के बीच 16 महीनों के बाद यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला विदेश दौरा था। न्यू जलपाइगुड़ी से ढाका के बीच चलने वाली इस ट्रेन की शुरुआत 1 जून को भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बांग्लादेश के रेल मंत्री मोहम्मद नुरुल इस्लाम सुजान ने हरी झंडी दिखाकर की। कोलकाता-ढाका के बीच मैत्री एक्सप्रेस और कोलकाता-खुलना के बीच बंधन एक्सप्रेस के बाद यह दोनों देशों को जोड़ने वाली तीसरी ट्रेन है। यह ट्रेन हफ्ते में 2 दिन चलेगी। यह बांग्लादेश को उत्तर बंगाल के साथ-साथ भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र से जोड़ती है। इस रेलगाड़ी से भारत के रास्ते बांग्लादेशी नागरिकों की नेपाल जाने की राह भी आसान हो जाएगी।
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