बागेश्वर।
जिले में बारिश का सिलसिला मंगलवार को भी सुबह से जारी रहा। अपराह्न बाद बारिश रुकी लेकिन आसमान में बादल छाए रहे। पिडारी रोड पर पहाड़ से बोल्डर आने से घंटों यातायात बाधित रहा। वहीं, मलबा आने के कारण आठ सड़कें बंद हो गई हैं। गरुड़ के लखनी गांव समेत जिले में पांच मकान बारिश की भेंट चढ़ गए हैं।
बारिश के कारण पिडारी मोटर मार्ग आरे के कभड़भ्योल के समीप चट्टान गिरने से लगभग दो घंटे बंद रहा। कपकोट, धरमघर, दुग नाकुरी, भराड़ी आदि क्षेत्रों से जिला मुख्यालय आने वाले वाहन फंसे रहे। जिस कारण यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। देर से पहुंची लोडर मशीन ने काफी मशक्कत के बाद मार्ग खोला, लेकिन बोल्डर अभी भी सड़क किनारे हैं और पहाड़ी से पत्थर गिरने का लगातार भय बना है। इधर, भंयू-गुलेर, कपकोट-पिडारी, धपोली-जेठाई, रणकांडे-पैसिया, सिमखेत-मैग्ड़ीस्टेट, कांडा-पड़ाव-पंचैड़ा, कपकोट-कर्मी, शामा-लीती-गोगिना, बघर मोटर मार्ग आदि बंद हैं। जिससे लगभग 15 हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो गई है। जिले में अतिवृष्टि से काफलीगैर तहसील के कभड़ा गांव निवासी जीवन सिंह पुत्र पदम सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के पांच सदस्यों ने पड़ोसी के घर में शरण ली है। तहसील गरुड़ के द्यौनाई गांव मदन सिंह पुत्र दीवान सिंह का मकान बारिश की भेंट चढ़ गया है। परिवार के पांच सदस्यों ने घर छोड़ दिया है। तहसील बागेश्वर में छाती गांव निवासी जीवन राम पुत्र विशन राम का आवासीय मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। उनके परिवार के पांच सदस्यों ने पड़ोसी के घर में शरण ली है।
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