November 26, 2024

रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड.19 वैक्सीन लाभार्थियों लगातार जारी

हरिद्वार।

जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0के0झा0 के मुख्य संयोजन एवं वैक्सीनेशन सेंटर के नोडल अधिकारी/रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का विशेष अभियान जोर शोर से चल रहा है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन डोज लगवाने वाले लाभार्थियों की अपार भीड़ रोजाना हजारों की संख्या में सेन्टर में पहुंच रही है, जिससे सेन्टर पर बैठने की व्यवस्था से ज्यादा भीड हो जाती है। तो लाभार्थी यह सोचने लगते हैं कि जो अन्दर पहुंच गए हैं, सिर्फ उन्हीं को वैक्सीन लगेगी एवं जो लाभार्थी बाहर रह जाते हैं वह वैक्सीन डोज लगवाने से वंचित न रह जाए, इस कारण लाभार्थी लाइन से हटकर एक दूसरे के ऊपर सटने लगते हैं और कोशिश करते हैं कि गेट खुलते ही हम पहले पहुंचकर वैक्सीन लगवा लें।

इसी प्रकार ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक महावि़द्यालय वैक्सीन सेन्टर पर एक बडा हादसा रेडक्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी का भीड प्रबंधन अनुभव एवं सूझ-बूझ से होते होते टल गया। ऋषिकुल सेन्टर पर महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, गोद में लिये हुए बच्चों के साथ आई हुई महिलाएं एवं अन्य लाभार्थियों के लिये वैक्सीन डोज लगवाने की अलग-अलग व्यवस्था की हुई है एवं एक बार में 400 लाभार्थियों की व्यवस्था बैठकर अपनी बारी आने पर वैक्सीन लगवाने की है। परन्तु हजारों की संख्या जो बाहर रह जाती है, वह भी गेट खुलते ही एकदम अन्दर जाने की कोशिश करते हैं। गत दिवस डा0 नरेश चौधरी ने बाहर खडे हुए लाभार्थियों में गोद में लिये हुए बच्चों वाली सभी महिलाएं, वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगों को स्वयं बाहर से अन्दर लाकर सभागार मे बैठाया ही था कि शेष बचे हुए लााभार्थियों की अपार भीड भी अन्दर जाने के लिये धक्का मुक्की करने लगे।

डा0 नरेश चौधरी अपने रेडक्रास स्वयंसेवकों के साथ दौडकर गेट पर पहुंचे और अपने विगत वर्षाें से कुंभ मेले, कांवड मेले एवं अन्य अपार भीड वाले स्नान पर्वों पर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी करने के अनुभव लगाते हुए सम्पूर्ण भीड को नियंत्रित किया। तब भी एक महिला संगीता धर्मपत्नी मुल्की सिंह निवासी ज्वालापुर, मोहल्ला कडज गिर गई। उसको डा0 नरेश चौधरी ने तुरन्त भीड से बचाते हुए अलग किया। लेकिन घायल होने के बाद भी उक्त महिला अपनी चोट की परवाह नहीं करते हुए चिल्ला-चिल्ला कर बोल रही थी कि चोट का इलाज मेरा बाद मे कराया जाये, पहले मुझे वैक्सीन लगायी जाये। जिसके लिये संगीता एवं उनके पति मुल्की सिंह को डा0 नरेश चौधरी ने अपने कक्ष में ही वैक्सीन लगवाने के उपरान्त प्राथमिक उपचार किया एवं अपने वाहन से उसके घर पहुचवाया। इसी दौरान अन्य महिलाएं भी जिनकी चप्पल जूते निकल गये थे वे भी चप्पल जूते उठाने की कोशिश कर रही थीं, उन सभी को भी भीड से बचाकर बाहर निकाल लिया। जिससे एक बहुत बडा भगदड का हादसा टल गया। अपने सभी भीड नियंत्रण अनुभव को लगाते हुए डा0 नरेश चौधरी ने ऐसी उत्कृष्ट व्यवस्था की हुई है जिसकी सभी लाभार्थी जनसमाज में जगह जगह सराहना करते हैं।

जैसे ही वैक्सीनेशन सेन्टर पर बाहर भीड़ नजर आती है, उन सभी लाभार्थियों को पी0ए0एस0 (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) के माध्यम से सामाजिक दूरी बनाते हुए डा0 हरिराम इण्टर कालेज के एन0सी0सी0 केडेटस, पी0आर0डी0 जवान एवं रेडक्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा फैला दिया जाता है जिससे सभी लाभार्थी एक साथ भीड न बना पाऐ। वैक्सीन सेन्टर पर 1337 (तेरह सौ सैंतीस) लाभार्थियों को वैक्सीन डोज लगाकर कोरोना महामारी से सुरक्षित किया। वैक्सीन सेन्टर पर सहयोग करने वाले स्वयंसेवकों में विकास देसवाल, डा0 अवधेश डंगवाल, डा0 भावना जोशी, डा0 स्वप्निल मिश्रा, डा0 अंजली पंवार, डा0 अराधना, डा0 उर्मिला पाण्डेय, पूनम, दीप चन्द्र भट्ट, आराधना सिंह, पृथा बासु, निलाजंना सिंह, अभिषेक गुप्ता, अनिरूद्ध नामदेव, मेघा कोरी, श्वेता, दीपक मंडल, अतिन बहुगुणा, शायमा, श्वेता दुबे, दिविष्ठ, अभिनव, भुवन जोशी, युवराज सिंह कन्याल, आशीष सैनी, दिपांशा, सतेन्द्र सिंह नेगी, संतोष कुमार, मनीष रावत, राजेश रतुडी, सौरभ राणा, अंकित कुमार की सराहनीय भूमिका रही ।