September 8, 2024

पतंजलि विश्वविद्यालय में धूमधाम से मनाया गया होलीकोत्सव

हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय में होली महोत्सव की धूम रही. जिसमें योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि शिक्षण संस्थानों के कर्मयोगियां, सन्यासियों, छात्र-छात्राओं के साथ फूलों की होली खेली। होली महोत्सव के मौके पर बाबा रामदेव ने देशवासियों से आह्वान किया कि वह सात्विकता को ध्यान में रखते हुए होली पर्व को मनाएं।

योगगुरु बाबा रामदेव ने होली के उत्सव पर पतंजलि शिक्षण संस्थान में पढ़ रहे दसवीं, बारहवीं के छात्र-छात्राओं को उपहार स्वरुप देश के लिए चुनिंदा गुरुजन देने का संकल्प किया है, उन्होंने कहा की सीबीएससी बोर्ड द्वारा डेटशीट जारी की जा चुकी है ।  कोटा राजस्थान व दिल्ली जैसे बडे़-बडे़ शिक्षण संस्थान में मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी करवाते हैं। ऐसे गुरुजनों को पतंजलि निममित रूप से शिक्षा देने के लिए नियुक्त करेगा। जिससे बच्चों को तैयारी के लिए मोटी रकम और समय की बचत होगी।

पतंजलि द्वारा उठाया यह कदम पतंजलि शिक्षण संस्थाओं को अन्य शिक्षण संस्थाओं से अग्रणी बना देगा। पतंजलि शिक्षण संस्थान में यह प्रतिभामान गुरुजन फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और गणित की तैयारी बच्चों को कराएंगे, ताकि भविष्य में पतंजलि से हजारों छात्र-छात्राओं का चयन मेडिकल व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हो सके। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने बच्चों संग खेली फूलों की होली मिलन समारोह का आयोजन, जमकर उड़ा अबीर और गुलाल आचार्य बालकृष्ण ने अपने संबोधन में कहा कि यह देश कृषि प्रधान देश है। प्राचीन काल से आज तक हमें यही सिखाया गया है कि कृषि से ही जीवन का निर्वहन किया जाता है. प्रत्येक मनुष्य के लिए खेतों से ही अन्न उपजाकर उसका भरण-पोषण किया जाता है। होलिका दहन को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों के लिए यह पर्व उन्नति व संपन्नता का प्रतीक है। आचार्य ने होली में आने वाले विकारों पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले यह पर्व हर्षोंउल्लास का प्रतीक होता था, लेकिन धीरे-धीरे यह पर्व हुड़दंग में बदलता जा रहा है। हमें यह पर्व शांति व प्रेम के साथ मनाना चाहिए। इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो0 महावीर अग्रवाल, विभागाध्यक्ष प्राच्य विद्या एवं योग विज्ञान विभाग की डीन साध्वी देवप्रिया, कुलसचिव डॉ0 प्रवीण पुनिया, स्वामी परमार्थ देव, परीक्षा नियंत्रक वी0सी0 पाण्डेय (सेवानिवृत्त आई.ए.एस), पतंजलि योगपीठ के मुख्य महाप्रबंधक ललित मोहन, यशदेव शास्त्री, प्रो0 वी0के0 कटियार, डॉ0 संजय सिंह, डॉ0 अभिषेक भारद्वाज, डॉ0 नीधिश यादव, डॉ0 रूद्र भण्डारी, डॉ0 वैशाली गौड, डॉ0 आरती यादव, डॉ0 नरेन्द्र सिह, डॉ0विपिन दूबे, डॉ0 लक्ष्मी शंकर आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं, पतंजलि योगपीठ के सभी अधिकारी एवं कर्मयोगी, पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज प्राध्यापक एवं कर्मयोगी, विवि. हॉस्टल वार्डन, योगाचार्य एवं कर्मयोगी उपस्थित रहे।